Thursday 29 October 2015


इंडोनेशिया में गिरफ्तार किए गए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने भारत लौटने की इच्छा जताई है। छोटा राजन ने कहा कि मैं बाली ने ठीक नहीं हूं मैं भारत आना चाहता हूं। छोटा राजन ने यह भी कहा कि उसने सरेंडर नहीं किया बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया है।

इससे पहले छोटा राजन ने कहा था कि वह दाऊद इब्राहिम से नहीं डरता है। छोटा राजन दाऊद गैंग के हमले के डर से भारत नहीं आना चाहता था। इंडोनेशिया की पुलिस कमिश्नर का कहना है कि छोटा राजन की इच्छा जिम्बाब्वे जाने की है। राजन ऑस्ट्रेलिया से पहले जिम्बाब्वे में रहता था और वह वहां जाना चाहता है। पुलिस के मुताबिक वह जिम्बाब्वे जाकर भागने की फिराक में है।

राजन की फाइलें खुलना शुरू
छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने 1979 से साल 2011 की सारी फाइलें खोलनी शुरू कर दी हैं। सीबीआई ने मुंबई क्राइम ब्रांच से छोटा राजन से जुड़ी हर जानकारी और उसके खिलाफ दर्ज तमाम आपराधिक मामलों की सूची मांगी है। क्राइम ब्रांच के पास छोटा राजन के खिलाफ 72 मामलों की जानकारी है। राजन पर मकोका के तहत 12 मामले दर्ज हैं।

इंडोनशिया जा सकते हैं अफसर
राजन मामले में सीबीआई नोडल एजेंसी है, जो इंटरपोल के साथ मिलकर काम कर रही है। मुंबई पुलिस सूत्रों का कहना है कि अगर सीबीआई चाहेगी तो मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसर भी इंटरपोल की मदद के लिए इंडोनेशिया जा सकते हैं।

क्राइम ब्रांच के एक अफसर ने नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर बताया कि अगर राजन को भारत लाया जाता है तो बॉलीवुड से जुड़े उन लोगों को भी गवाह बनाया जा सकता है जिन्हें छोटा राजन जबरन वसूली के लिए धमका चुका है ... दुनियाभर में 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मालिक है छोटा राजन

Source:  National News in Hindi


Tuesday 27 October 2015

जिला परिषद सभागार में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में विभिन्न मुद्दों को लेकर सदस्य मुखर रहे। अधिकारी उनके सवालों पर जवाब तक नहीं दे पाए।
बैठक की शुरुआत में मनरेगा कार्मिकों ने गत दो माह से मानदेय नहीं मिलने पर प्रदर्शन किया। उन्होंने जिला प्रमुख रेशम मालवीया से भुगतान की मांग की। एक सदस्य ने सज्जनगढ़ में पुलिया टूटने के मामला उठाते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से अभद्र भाषा का उपयोग किया। इस पर प्रभारी मंत्री जीतमल खांट को दखल करना पड़ा और कहा कि यह जिले का सर्वोच्च सदन है, यहां अमर्यादित भाषा नहीं बोलें। घाटोल प्रधान हरेन्द्र ने रामसा की और से तीन माह में बस्सी आड़ की जाँच नहीं होने पर नाराजगी जताई। मामले में रमसा के कार्यक्रम अधिकारी जवाब तक नहीं दे पाए। मंत्री ने अधिकारी से कहा कि प्रधान को साथ ले जाकर जांच करो। इस पर कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि वे प्रधान को जानते नहीं है। यह जवाब सुनकर मंत्री ने कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि टाइम वेस्ट मत करो और कोई जगह ढूंढ लो ... Read More @ Banswara News in Hindi


इंडोनेशिया के बाली में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सोमवार को गिरफ्तारी किया गया। सीबीआई डायरेक्टर अनिल सिन्हा ने छोटा राजन की गिरफ्तारी कन्फर्म की है। छोटा राजन को बाली के एक मशहूर रिजॉर्ट से पकड़ा गया। बता दें कि छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखलजे है। छोटा राजन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दुश्मन है। हालांकि एक वक्त वो भी था जब दोनों की दोस्ती बहुत गहरी हुआ करती थी। इस बात की चर्चा हमेशा उठती रही है कि भारत की खुफिया एजेंसियां दाऊद को मारने के लिए छोटा राजन को इस्तेमाल करती है। पूर्व गृह सचिव और मौजूदा बीजेपी सांसद आर के सिंह ने एक निजी टीवी चैनल पर दिए गए इंटव्यू के दौरान इसका जिक्र किया था।

इसी क्रम में rajasthanpatrika.com आपको  बताने जा रहा है कि कैसे इंडिया के जेम्स बॉन्ड माने जाने वाले अजित डोवाल ने दाऊद को खत्म करने के लिए छोटा राजन से हाथ मिलाकर प्लान बनाया।
बेटी की शादी की दावत में थी दाऊद को ठिकाने लगाने की प्लानिंग
वर्तमान में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोवाल को देश के सबसे बड़े भगोड़े दाऊद इब्राहिम का दुश्मन माना जाता है। डोवाल काफी समय से दाऊद को ठिकाने लगाने की कोशिश में रहे हैं। बात करीब दस साल पहले की है। 23 जुलाई 2005 को दाऊद की बेटी का रिसेप्शन था। दाऊद इब्राहिम की बेटी माहरूख शेख का निकाह पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद के साथ होने जा रहा था। निकाह की खबर बेहद गोपनीय रखी गई थी। इसी के बाद आईबी ने दाऊद को दुबई में मारने का प्लान तैयार किया। दाऊद को दुबई के उस होटल में मारा जाना था, रिसेप्शन पार्टी रखी गई थी। इस ऑपरेशन का इंचार्ज बनाया गया अजित डोवाल को।
ऑपरेशन में छोटा राजन को किया गया शामिल 
सुरक्षा एजेंसियां इस ऑपरेशन में शामिल होने से बचना चाहती थीं। इस प्लान में छोटा राजन को शामिल किया गया। छोटा राजन को दाऊद से अपने ऊपर करवाए गए हमले का बदला लेना था। प्लान के मुताबिक तय हुआ कि छोटा राजन के दो शार्प शूटर्स को ट्रेनिंग और इन्फॉर्मेशन देकर दाऊद को खत्म करने के लिए भेजा जाएगा। ऑपरेशन दाऊद के लिए छोटा राजन ने अपने दो सबसे भरोसेमंद शार्प शूटर विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशाह को चुना।
ऑपरेशन दाऊद की पूरी तैयारी
दाऊद को खत्म करने के लिए छोटा राजन के दोनों शार्प शूटर्स विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशाह को भारत में एक खुफिया जगह ट्रेनिंग दी गई। तय हुआ कि दाउद को 23 जुलाई 2005 को ग्रैंड हयात में ही मारा जाएगा। इसके लिए विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशा के फर्जी ट्रेवल डाक्यूमेंट्स भी तैयार किए गए थे। तैयारी अपने अंतिम चरण में थी और प्लान के मुताबिक सब कुछ सही चल रहा था।
मुंबई पुलिस ने शूटर्स को किया इंटरसेप्ट
आईबी का ऑपरेशन बेहद गोपनीय था। नई दिल्ली के अलावा एजेंसी के गिने-चुने लोगों को ही इसकी भनक थी। ऑपरेशन दाऊद से पहले मुंबई पुलिस को राजन गैंग के शूटरों विक्की मलहोत्रा और फरीद तानाशा की भारत में मौजूदगी की खबर लग जाती है। डोवाल छोटा राजन गिरोह के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे थें। उसी दौरान धनंजय कमलाकर की टीम होटल में आ जाती है। उस वक्त वो तीनों ग्रांट हयात होटल के नक्शे पर चर्चा कर रहे थे कि कहां शार्प शूटरों को तैनात किया जाए।
और फेल हो गया दाऊद के खात्मे का प्लान
11 जुलाई 2005 को मुंबई पुलिस की टीम ने छोटा राजन के शूटरों को दिल्ली से गिरफ्तार किया। जिस दौरान अजित डोवाल शार्प शूटर्स को आखिरी ब्रीफिंग दे रहे थे, उसी समय पुलिस की टीम ने दोनों शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया। मुंबई पुलिस की इसी चूक के चलते दाऊद के खात्मे का प्लान फेल हो जाता है। इस ऑपरेशन से जुड़े दूसरे शॉर्प शूटर फरीद तनाशा को कुछ अरसे बाद दाऊद ने मार गिराया। .. दाऊद को ठिकाने लगाने के लिए छोटा राजन से मिलाया था हाथ

Monday 26 October 2015

पहाड़ को काटकर सड़क बनाने वाले बिहार के मांझी के नक्शेकदम पर चलकर उत्तराखंड के मांझी ने भी अपने लिए खुद रास्ता बनाया है। यह बात अलग है कि माउंटेन मैन दशरथ मांझी ने 22 साल तक अकेले मेहनत कर रास्ता बनाया था लेकिन यहां के मांझी ने पहाड़ पर बसे दो गांवों को जोडऩे के लिए महज 10 दिन में तीन किलोमीटर लंबी सड़क बना दी। इसके लिए उन्होंने हर दिन 8-9 घंटे मिलकर काम किया। वन अधिकारी इस सड़क की योजना पास करने में काफी देर कर रहे थे। इससे आजिज कर्णप्रयाग जिले के आसपास के गांवों के करीब 300 ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से सड़क बनाने की ठान ली।

वन विभाग से मंजूरी मिलने के बाद भी नहीं बन रही थी सड़क
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक राजधानी देहरादून से करीब 200 मिलोमीटर दूर इस सड़क को भटक्वली, चोरासैन और बैनोली गांव के लोगों ने बनाया है। इन गांवों की ऊंचाई समुद्रतल से 5,000 से 7,000 फीट है। यहां एक गांव से दूसरे गांव जाने में लोगों को काफी मुश्किलें पेश आती थीं। उन्हें काफी घूमकर जाना पड़ता था। ये ग्रामीण लंबे समय से इस सड़क के बनने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन वन विभाग की ओर से हरी झंडी नहीं मिलने से उनकी दिक्कतें दूर नहीं हो रही थीं।

बिना एक भी पेड़ काटें बनाई सड़क
वन विभाग सड़क की इस योजना को इसलिए मंजूरी नहीं दे रहे थे क्योंकि उसे डर था कि इससे पेड़ काटने पड़ेंगे। वन विभाग के इस डर को दूर करते हुए ग्रामीणों ने सड़क बनाने के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा। उन्होंने हर दिन 8-9 घंटे मिलकर काम किया। सड़क निर्माण में योगदान देने वाले 56 साल के कुंवर सिंह ने कहा, हम भी पर्यावरण की रक्षा में विश्वास रखते हैं। सेवानिवृत्त कुंवर ने कहा कि निर्माण शुरू करने से पहले ही हमने तय कर लिया था कि एक भी पेड़ नहीं काटेंगे। संयोगवश सड़के के रास्ते में अधिक पेड़ नहीं थे और सड़क इस तरीके से बनाई गई जिससे पेड़ों को नुकसान नहीं पहुंचा।
सरकारी प्लान के मुताबिक बनाई सड़क
सड़क निर्माण में आगे रहने वाली पुष्पा देवी ने बताया, ग्रामीणों ने एक सभा कर सड़क खुद बनाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों द्वारा तैयार किए गए सर्वे योजना के मुताबिक काम किया। सड़क निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली सभी सामग्री प्राकृतिक थी। पत्थरों और पहाड़ के किनारों से मिलने वाली मिट्टी का इस्तेमाल सड़क के दोनों ओर पत्थर की दीवार को बनाने में किया गया। ग्रामीणों ने अपना समय और श्रम दिया और सड़क निर्माण में ज्यादा खर्च नहीं हुआ ... बिहार के नहीं ये हैं उत्तराखंड के Manjhi

Saturday 24 October 2015


बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच इन दिनों यूट्यूब पर एक वीडियो भी खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। वीडियो में नीतीश की मौजूदगी में एक तांत्रिक नीतीश जिंदाबाद और लालू मुर्दाबाद के नारे लगाते दिखाई दे रहे हैं। तांत्रिक के इस नारे पर नीतीश कुमार मुस्कुरा रहे हैं।
बताया जाता है कि यह वीडियो बीजेपी  नेता गिरिराज सिंह ने जारी किया है।गिरिराज ने इस वीडियो के जरिए लालू-नीतीश की दोस्ती पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि ये वीडियो 2014 का है।
 गिरिराज सिंह का कहना है कि नीतीश का असली चेहरा सामने आया है। गिरिराज का कहना है कि नीतीश हताशा में तांत्रिक के पास गए हैं।
वीडियो में कई और लोग भी नजर आ रहे हैं। तांत्रिक उन लोगों से फोटो लेने को कह रहे हैं। वीडियो में नीतीश चुपचाप तांत्रिक के निर्देशों को सुन रहे हैं।

वहीं इस वीडियो को लेकर लालू ने अपनी अनभिज्ञता जताई है। लालू ने कहा कि मैं तांत्रिकों का तांत्रिक हूं, मुझसे बड़ा तांत्रिक कौन है।


Wednesday 21 October 2015


बाला साहब ठाकरे की पार्टी शिवसेना और बीजेपी के बीच इन दिनों मची खींचतान पर सतह पर आ गई है। शिवसेना ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए एक पोस्टर जारी किया जिसमें भाजपा को पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा है कि 'भूल गए वो दिन जब मोदी बाला साहब के सामने सिर झुकाते थे।' मोदी के अलावा पोस्टर में राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी जैसे बड़े नेता दिख रहे हैं। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि शिवसेना सुप्रीमो रहे बाला साहब ठाकरे का जलवा देखते ही बनता था कि क्या नेता, क्या अभिनेता और क्या बिजनेसमैन? ऐसा कोई नहीं था जो कि बाल ठाकरे के सामने सिर न झुकाता हो।  ""इसी क्रम में rajasthanpatrika.com तस्वीरों के माध्यम से आपको दिखाने और बताने जा रहा है ऐसे लोगों के बारे में जो बाला साहेब ठाकरे के आगे कभी न कभी नतमस्तक हुए हैं।


बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और वर्तमान में देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह बाला साहब ठाकरे से आर्शीवाद लेने उनके घर मातोश्री पहुंचे थे


एक कार्यक्रम के दौरान बाल ठाकरे के सामने झुककर आर्शीवाद लेतीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर


बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मौजूदा केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शिव सेना सुप्रीमो से मुलाकात करने मातोश्री पहुंचे थे


Read More @ PM मोदी ही नहीं कई नेता और सेलिब्रेटी झुकाते थे बाला साहब ठाकरे के आगे सिर

Source: Hindi News

Tuesday 20 October 2015


गोनेर रोड स्थित भावगढ़ बंध्या में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले श्री खलखाणी माता का  गर्दभ मेला मंगलवार से शुरू हुआ। श्री खलखाणी माता मानव सेवा संस्थान के अध्यक्ष भगवत सिंह राजावत ने बताया कि इस बार भी मेले के उद्घाटन के लिए कोई नेता तैयार नहीं हुआ। इसलिए मेले का औपचारिक उद्घाटन आज शाम 5 बजे किया जाएगा।
मेले में सौ से अधिक गधे-खच्चर आैर चार सौ घोड़े-घोड़ी मेले में अपने मालिकों के साथ पहुंच चुके हैं।

ऋतिक-कैटरीना आकर्षण के केन्द्र
मेले में लालू, रितिक, आमिर, शाहरुख, सलमान, अक्षय, शाहिद, कैटरीना, बसंती, धनो नामक गधे, घोड़े-घोड़ी आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। इनके मालिक इनके खरीदारों के इंतजार में बाठ जोह रहे हैं। लेकिन अभी खरीदारों के नहीं आने से इनकी सही कीमत नहीं लग रही।
बैराठ से आए हनुमान के सलमान नामक गधे को 15 हजार में कोई खरीदने को तैयार नहीं है, वहीं शाहरूख नामक गधा 15 हजार में बीच रास्ते में ही बिक गया।
कैटरीना, शाहरुख एवं शाहिद आठ हजार में बिक गए।  गोविंदपुरा कालवाड़ रोड से आई 10 महीने की सफेद रंग की कोमल का अभी तक कोई खरीदार नहीं आया। कालवाड़ से आए राजेश यादव बताते हैं कि कोमल के दो लाख रुपए मांग रहे हैं। वहीं शाहपुरा से आई सोनू 3.50 लााख, सिकराय से आए भूर सिंह 1.50 रुपए घोड़े का भी कोई खरीदार नहीं  आया। जबकि हेमा 1.50 लाख में बिक गई। .... खलखाणी माता का  गर्दभ मेला

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वे दिल्ली पुलिस और एसीबी को उनके अधीन कर दें।
केजरीवाल ने उस सर्वे का भी हवाला दिया जिसमें दिल्ली पुलिस को सबसे भ्रष्ट कहा गया है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस उन्हेंं दे दो वे एक साल में सब सुधार देंगे।


केजरीवाल ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा कि 'मोदी जी जिद छोडि़ए। हमारे साथ मिलकर काम करिए और एसीबी व दिल्ली पुलिस को हमारे अधीन कर दें।'

केजरीवाल ने सीएमएस- इंडिया करप्शन(सीएमएस-आईसीएस) की ओर से किए गए सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि सर्वे में आज चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। सर्वे में दिल्ली पुलिस को सबसे भ्रष्ट बताया गया है 

Source:  India News from Hindi News Desk

Monday 19 October 2015



दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की दिल्ली में बढ़ती रेप की घटनाओं को रोकने के लिए और पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली सरकार फास्ट ट्रैक कोर्ट्स का गठन करेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की देखरेख में एक विशेष टीम बनायी जाएगी जो रेप के ऐसे मामलों की लिस्ट तैयार करेगी जिनमें फैसला नहीं आया है।

अगर जरूरत हुई तो नए कोर्ट भी बनाए जाएंगे।' साथ ही नाबालिग से रेप के केस में दोषी को फांसी हो और गंभीर अपराधों में जुवेनाइल की उम्र 18 से घटाकर 15 साल की जाए, इस पर उप मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्‍यक्षता में मंत्रियों का एक पैनल 15 दिन के भीतर अपना सुझाव देगा।

दिल्‍ली कैबिनेट की मीटिंग में लिए गए फैसलों से मीडिया को अवगत कराते हुए केजरीवाल ने कहा, महिला सुरक्षा पर एक हफ्ते में जांच कमिशन बनाया जाएगा।

साथ ही दिल्‍ली सरकार महिला सुरक्षा पर नया कानून लाएगी। कैबिनेट मीटिंग में रेप कानून में दो बदलावों का प्रस्‍ताव लाया गया। मुख्‍यमंत्री ने कहा, पूरी दिल्‍ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम तेजी से शुरू किया जाएगा।

राजधानी में जितनी भी अंधेरी जगह हैं, वहां जल्‍द से जल्‍द से लाइट की व्‍यवस्‍था की जाएगी, जिसमें एमसीडी की भी सहायता ली जाएगी।

इसके अलावा विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि रेप के जितने भी केसों में विशेष लोक अभियोजकों की जरूरत है, इस बाबत मुख्‍यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाए। वहीं, फोरेंसिक लैबों में भी रेप से संबंधित जितने केस/सैंपल्‍स जांच के लिए पेंडिंग पड़े हैं, उनका तुरंत निस्‍तारण किया जाए .. महिलाओं की सुरक्षा के लिए नया कानून लाएगी दिल्ली सरकार

Source: Hindi News Desk

Thursday 15 October 2015


दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय सर्च इंजन गूगल ने कुछ ऐसा किया है कि जिसे देखकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। आप को बस इतना करना है कि गूगल के होम पेज पर जाकर India's first Prime Minister सर्च कीजिए तो आपके सामने कुछ ऐसा आता है।

गूगल सर्च इंजन पर देश के पहले प्रधानमंत्री की खोज करने पर सामने आती है देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर। सर्च करने पर जो परिणाम सामने आता है उसमें सिर्फ तस्वीर ही नरेंद्र मोदी की है जवकि साथ में दी गई जानकारी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की ही है।

गूगल की तरफ से ऐसी पहली घटना नहीं हैं। इससे पहले गूगल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टॉप टेन क्रिमिनल्स ऑफ इंडिया की लिस्ट में भी शामिल कर चुका है।



तब कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पर आपत्ति जताते हुए अपने टि्वटर हैंडल पर Top 10 Criminals का स्क्रीन शॉट पेश करते हुए कहा था कि मेरे पीएम मोदी से हजार गिले-शिकवे हो सकते हैं, लेकिन पीएम का गूगल पर Top 10 Criminals में सर्च होना बर्दाश्त नहीं है। प्रियंका ने गूगल को अपना एल्गोरिथम चेंज करने को भी कहा था।

इस लिस्ट के बाद गूगल ने मोदी को Most Stupid Prime Minister की लिस्ट में भी शामिल कर चुका है। फिलहाल अब यह देखना दिलचस्प होगा कि गूगल इस पूरी घटना पर औपचारिक माफीनामा जारी करता हा या नहीं .. Google Search says PM Modi first prime minister of India



राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है कि बीफ गोमांस नहीं है। गोमांस और बीफ में अंतर है। बीफ भैंस या गधे, किसी भी जानवर का मांस हो सकता है। गूगल पर चेक किया जा सकता है, बीफ और गोमांस में बहुत अंतर है।

तेजस्वी ने ये बयान अपने पिता लालू यादव के उस बयान की सफाई में दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदुओं में भी बीफ खाने का प्रचलन है। लालू यादव ने ये बयान दादरी में गोमांस खाने के शक में हुई अखलाक की हत्या के बाद दिया था।

मोदी ने भी ली थी चुटकी
लालू के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी निशाना साधते हुए कहा था कि शैतान को लालू का ही पता कैसे मिल गया। एक साक्षात्कार में उन्होंने अपने पिता के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उस बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया। जब वे लोग (भाजपा व उसके सहयोगी) आरक्षण के मुद्दे पर फंस गए, तो उन्होंने गोमांस के एजेंडे का इस्तेमाल करना शुरू किया।

क्या बोले थे लालू
हिंदू बीफ नहीं खाता है क्या? जो बाहर जा रहा है बीफ खा रहा है कि नहीं, हिंदुस्तान में भी तो बीफ खा रहा है। अपने को हिंदू कहने वाला भी बीफ खा रहा है, जो मांस खाता है उसको गाय और बकरा से क्या फर्क है? ये सांप्रदायीकरण हो रहा है। कोई भी सभ्य आदमी मांस नहीं खाता, बीमारी के कारण।' ..  Bihar Election 2015 Latest News in Hindi

Source: Rajasthan Patrika Hindi Desk

Tuesday 13 October 2015


पाकिस्तान की एक बच्ची और उसकी मां के लिए कुछ भारतीयों ने मसीहा की भूमिका अदा की। कुछ भारतीयों ने मिलकर 15 साल की कराची में रहने वाली सबा तारीक अहमद के इलाज के लिए करीब 13 लाख रुपए तक जमा किए।

इस बच्ची को विल्सन्स नाम की एक घातक बीमारी है, जिसके इलाज के लिए ये मां-बेटी पिछले 49 दिनों से भारत में थे। इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर में कॉपर की मात्रा जानलेवा स्तर तक बढ़ जाती है।
मां के साथ कराची रवाना

सबा का इलाज मुंबई के जसलोक अस्पताल में हो रहा था। अस्पताल के सीईओ डॉ. तपन गेनचंदानी ने कहा कि सबा और उसकी मां नाजिया ने सोमवार दोपहर के बाद कराची के लिए फ्लाइट ली है।

पहली बार जुटाए थे सात लाख
सबा की ये कहनी सिर्फ इसलिए खास नहीं है कि भारतीयों ने सबा के इलाज के लिए पैसे इकट्ठा किए, बल्कि इसलिए और अधिक खास है कि इन्होंने अप्रैल से अक्टूबर के दौरान उसके इलाज के लिए दो बार पैसे इकट्ठा किए। पहली बार अप्रैल-मई के दौरान एक एनजीओ ब्लूबेल्स कम्युनिटी ने मुंबई के लोगों से सबा के इलाज के लिए 7 लाख रुपए इकट्ठा किए .. Read More @ India News in Hindi

Source:  Latest News in Hindi


बिहारशरीफ में आयोजित बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के रैली में मंगलवार को भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। जवाब में भीड़ ने भी पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। इसके कारण वहां पर भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई लोगों की घायल हो होने की खबर है। घटना की जानकारी मिलते ही अजय देवगन रैली में शामिल हुए बिना ही वापस लौट गए।
भाजपा के प्रत्याक्षी डॉ. सुनील के समर्थन में श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में चुनावी सभा का आयोजन किया था। इस सभा में अभिनेता अजय देवगन भी पहुंचने वाले थे। अजय देवगन को देखने के लिए हजारों की संख्या में वहां भीड़ जमा हो गई।
ऐसे ही अजय देवगन की आने की सूचना मिली तो भीड़ में धक्कामुक्की होने लगी। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को शांत करने के लिए प्रयास किया लेकिन बेरीकैड तोड़कर भीड़ अन्दर आने लगी। इसके बाद पुलिस भीड़ को काबू करने के लिए लाठियां भांजनी शुरु कर दी। इस दौरान भीड़ से कुर्सियां, जूते-चप्पल फेंके जाने लगे और पुलिस पर पथराव भी किया गया।
अजय देवगन ने ट्वीट कर जताया अफसोस
अजय देवगन ने सोशल नेटवर्किंग साइट टि्वटर पर पोस्ट में कहा- आज बिहार शरीफ और नालंदा रैली में पहुंच नहीं पाने के लिए माफ़ी, बेकाबू भीड़ के कारण शासन ने अनुमति नहीं दी ... Bihar Election 2015 News in Hindi

Monday 12 October 2015


60 साल की उम्र में इश्क फरमाना एक अधेड का महंगा पड गया। मामला जयपुर के वैशाली नगर है,जहां एक 60 साल के वृद्ध ने एक विवाहिता से फोन पर दोस्ती करने का दबाव डाला। परेशान विवाहिता ने वृद्ध को फोन पर मिलने की बात कहीं। जिसपर वृद्ध विवाहिता से मिलने एक होटल पहुंच गए। जहां विवाहिता के परिजनों ने अधेड की जमकर धुनाई कर दी।
पुलिस ने बताया कि खातीपुरा निवासी 26 वर्षीय एक विवाहिता ने मामला दर्ज करवाया कि एक व्यक्ति पिछले करीब 15 दिन से उसके मोबाइल पर फोन कर उसे परेशान कर रहा है । अारोपी उससे दोस्ती करने का दबाव बना रहा था।
पीडि़ता के इंकार करने पर भी आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा और अब उसके मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजने लगा। दोस्ती नहीं करने पर आरोपी उसे बदनाम करने की धमकी दे रहा था और विवाहिता पर होटल में आकर मिलने का दबाव बना रहा था।
इससे पहले भी आरोपी ने एक साल पहले पीडि़ता को फोन कर परेशान किया था। तब भी उसने आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत की थी। जिसके बाद उसने फोन करना बंद कर दिया था, लेकिन अब फिर से आरोपी उसे परेशान कर रहा है। आरोपी की हरकतों से तंग आई विवाहिता ने अपने पति से बताया और आरोपी को सलाखों के पिछे पहुंचाने का प्लान बनाया।
आरोपी के फोन करने पर पीडि़ता रविवार को आरोपी से होटल में मिलने के लिए तैयार हो गई। इस पर आरोपी ने पीडि़ता को फोन कर रविवार को चौंमू पुलिया स्थित एक होटल में बुलवाया। पीडि़ता आरोपी के बताए पते पर पहुंची तो विश्वकर्मा निवासी 60 वर्षीय ट्रांसपोर्ट व्यवसायी शंकर लाल गोयल उसे वहां मिल गया।
इसी बीच पीडिता के पति व परिजनों ने आरोपी को धर दबोचा और जमकर धुनाई करने के बाद वैशाली नगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है .. 60 साल की उम्र में इश्क फरमाना पडा महंगा

हरियाणा की कुश्ती क्वीन बेटी जिसने मुश्किलों के अखाड़े में हौसलों का दंगल दिखाकर जिंदगी की जंग के साथ ही विरोधियों के दिलों को भी जीत लिया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मेडलों का अंबार लगा दिया।

यह कहानी है भिवानी शहर की एक ऐसी लड़की की जिसकी 13 साल की उम्र में उसकी शादी कर दी गई। 14 की उम्र में जुड़वा बच्चों की मां भी बनी, लेकिन बचपन से पहलवान बनने का सपना संजोए रखा, टूटने नहीं दिया।

आखिरकार नीतू 2011 में अखाड़े में उतरी। परिवार चलाने के लिए घर में सिलाई करती थी। 21 साल की उम्र में नेशनल स्तर की महिला पहलवान बन चुकी हैं। अब ओलंपिक की तैयारी के लिए रोजाना प्रैक्टिस को घर से 40 किलोमीटर दूर जाती हैं।


विरोध के चलते परिवारवालों ने जल्द कर दी शादी
नीतू बताती हैं कि बचपन में परिवार वालों ने अखाड़े में जाने का विरोध किया। इसी के चलते 13 साल की उम्र में भिवानी में ही अधेड़ व्यक्ति से शादी कर दी। नीतू मायके आ गई। उसी साल रोहतक के महम ब्लॉक के बेड़वा में संजय कुमार के साथ दूसरी शादी हो गई। 14 साल की उम्र में जुड़वां बच्चों की मां बनने के साथ ही उसका पहलवान बनने का सपना पूरी तरह से खत्म होता दिखने लगा।

पति का साथ मिला, लड़कों के अखाड़ों में की प्रैक्टिस
2011 में अपने पति संजय को पहलवान बनने के सपने के बारे में बताया। संजय ने साथ दिया और रोजाना भिवानी के अखाड़े में जाना शुरू कर दिया। वहां लड़कों के अखाड़े में प्रैक्टिस करना बड़ी चुनौती थी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी।
उपलब्धियां
- नवंबर 2014 में नेशनल सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक
- अप्रैल 2015 में जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर।
- जनवरी 2015 में नेशनल गेम्स में कांस्य पदक झटका।
- ब्राजील में अगस्त 2015 में जूनियर वल्र्ड चैंपियनशिप में भागीदारी

ओलंपिक में खेलने का सपना
नीतू का सपना ओलंपिक खेलने का है। वह कहती हैं कि अगर जिंदगी के उतार-चढ़ाव में टूट जाती तो इस मुकाम तक नहीं पहुंचती। अगर जज्बा व हिम्मत है तो इंसान जिंदगी में कुछ भी कर सकता है .. 21 की उम्र में कुश्ती चैंपियन

Saturday 10 October 2015


देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म दिवस 15 अक्टूबर को राज्य में विद्यार्थी दिवसÓ के रूप में मनाया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि कलाम का जीवन विद्यार्थियों के लिए अनुकरणीय रहा है। प्रदेश के विद्यालयों में कलाम का जन्म दिवस विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
 इस दौरान विद्यालयों में वाद-विवाद, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी सहित विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी। इस आयोजन के लिए विद्यालयों के संस्था प्रधानों की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की जाएगी। समिति में संस्था प्रधान के अतिरिक्त दो व्याख्याता अथवा वरिष्ठ अध्यापक शामिल होंगे .. 15 डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम का मनाएंगे जन्मदिन 

सीबीआई शीना बोरा हत्याकांड में गिरफ्तार उसकी मां इंद्राणी मुखर्जी को अस्पताल में भर्ती कराने के कारणों की जांच करेगी। इस संबंध में सीबीआई ने महाराष्ट्र प्रशासन से इंद्राणी के शरीर से लिए गए तरल पदार्थ के नमूनों को संरक्षित रखने और इस घटना पर रिपोर्ट देने को कहा है।
 शीना बोरा हत्याकांड मामले की जांच अपने हाथों में ले चुकी सीबीआई ने महाराष्ट्र सरकार से विभिन्न तरह के तरल नमूनों (पेट साफ करने से निकले पदार्थ, पेशाब और रक्त) को संरक्षित रखने को कहा है, जो हाल ही में उसे अस्पताल में भर्ती कराए जाने के दौरान लिए गए थे।
जांच एजेंसी ने राज्य सरकार को बायकुला जेल की जांच रिपोर्ट, अधिकारियों की ओर से तैयार किसी भी अन्य रिपोर्ट उसे देने और इस संबंध में की गई कार्रवाई की भी जानकारी देने को कहा है।

जेल में बंद इंद्राणी को खराब हालत होने पर 2 अक्टूबर को जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे 4 दिन बाद 6 अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी मिली थी।
इंद्राणी के अस्पताल में रहने के दौरान जेल में दवाएं जरूरत से ज्यादा लेने के संदेह पर विरोधाभासी रिपोर्ट आई थी। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि उसे जरूरत से ज्यादा दवा ली, जबकि दूसरे में इसका खंडन किया गया था।

Friday 9 October 2015


राज्य सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में छात्राओं के लिए अलग से शौचालयों बनवाए जा रहे हैं लेकिन स्थिति यह है कि आज भी शहरी क्षेत्र की बेटियों के घरों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं है। यह सच्चाई संबलन कार्यक्रम के अंतर्गत राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रिश्चियनगंज के निरीक्षण के दौरान उजागर हुई।
छात्राओं ने विद्यालय के शैक्षणिक स्तर का निरीक्षण करने आए जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एसीईओ) के समक्ष मुखर होकर कहा कि
उनके घर में शौचालय की सुविधा नहींहै। छात्राओं ने स्कूल प्रशासन के माध्यम से जिला प्रशासन से उनके घर में भी शौचालय बनाने के लिए आर्थिक मदद उपलब्ध करवाए जाने की पहल करने की मांग उठाई।
विद्यालय की आठवीं कक्षा की करीब छह छात्राओं ने शौचालय के लिए सरकार से मदद मांगी तो अन्य कक्षाओं की कई छात्राओं ने भी घर में शौचालय की उपलब्धता से इन्कार किया। छात्राओं ने बताया कि खुद का मकान नहीं होने परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते उनके पिता शौचालय नहीं बनवा पाए। कुछ छात्राओं ने बताया कि उनके घर में मात्र एक कमरा बना है।
एसीईओ ने किया प्रेरित
विद्यालय के निरीक्षण के दौरान एसीईओ जगदीशचन्द्र हेड़ा ने छात्राओं को खुले में शौच नहीं करने की सलाह दी। हेड़ा ने छात्राओं को प्रेरित किया कि वे घर में शौचालय बनाने के लिए माता-पिता को कहें। उन्हें बताएं कि सरकार की योजना भी है जिसमें शौचालय के लिए सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि अगर कोई खुले में शौच करता पाया तो अब 50 रुपए की पैनल्टी लगाई जाएगी। कक्षा एक से 12 तक करीब 58 छात्राओं के घरों में शौचालय नहीं है।

Wednesday 7 October 2015


चुडैला स्थित जेजेटी विश्वविद्यालय के खेल मैदान में चल रही सेना भर्ती रैली में बुधवार को पांचवें दिन दौड़ के दौरान युवाओं में जबरदस्त जोश और उत्साह नजर आ रहा था। देश की सरहद पर तैनात होने का सपना लिए युवा दौड़ से एक दिन पहले ही गांव में पहुंच रहे हैं। हाथ में दस्तावेजों का बैग और आंखों में दौड़ में सफल होने की उम्मीद है।
रैली को देखते हुए चुड़ैला गांव में कई अस्थाई दुकानें भी लग गई हंै। इन दुकानों पर खाने-पीने के सामान के अलावा रात को आराम करने के लिए रजाई-गद्दे तक किराए पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। गांव में इस समय करीब 35 दुकानेंं लगी हुई हैं, जिसमें से अधिकांश दुकाने अस्थाई हैं।
दुकानदारों ने बताया कि शाम चार बजे से ही अभ्यर्थियों का आना जारी हो जाता है। रात 8  बजे तक तो जंगल में मंगल हो जाता है। इन अभ्यर्थियों को चालीस रुपए में रजाई-बिस्तर उपलब्ध कराया जा रहा है और फल भी महंगे दामों में बेचे जा रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि भर्ती के कारण गांव में जहां रौनक नजर आ रही है। वहीं यहां फैल रही गंदगी से भी गांव के लोग परेशान है।

चार बजे से प्रवेश
बुधवार को निर्धारित समय सुबह चार बजे से ही युवाओं का दौड़ के लिए मैदान में प्रवेश शुरू कर दिया। लेकिन नौकरी की आस में अभ्यर्थी रात दो बजे से ही लंबी कतार में खड़े हो गए थे। रैली के पांचवें दिन नवलगढ़, बीदासर और सुजानगढ़ के अभ्यर्थियों ने दौड़ लगाई। जिन अभ्यर्थियों ने दौड़ में सफलता हासिल की। उनकी मेडिकल जांच और शारीरिक प्रशिक्षण लिया गया। साथ ही उन्हें सेना भर्ती के नियम कायदे भी बताए जा रहे हैं।

दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के दादरी कस्बे के बिसाहड़ा कांड को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर अभी भी जारी है। बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक दलों पर हमला बोला है।
 रेडियो पर जारी एक नए विज्ञापन में केजरीवाल ने कहा कि हिंसा के लिए वहीं लोग जिम्मेदार हैं जो धार्मिक स्थलों पर मांस के टुकड़े फेंककर हिंसा भड़काते हैं।
हालांकि केजरीवाल ने अपने इस विज्ञापन में किसी भी राजनीतिक दल या नेता का नाम नहीं लिया है।
गौरतलब है कि बिसाहड़ा में कथित गोमांस रखने की अफवाह के चलते उग्र भीड़ ने स्थानीय निवासी 50 वर्षीय अखलाक की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी, वहीं उसके पुत्र दानिश को भी पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के नेताओं के बीच बयानबाजियों का दौर चल रहा है।

Tuesday 6 October 2015


गड़े धन की अफवाह में चोरों ने मंदिर को तक नहीं छोड़ा। बनवास गांव में पहाड़ी के बीच में बने भैरूजी का मंदिर है। चोरों ने इस मंदिर में चार फीट का गड्ढा खोदकर पत्थर की स्थापित मूर्तियों को उखाड़ दिया। इतना ही नहीं चोर एक मूर्ति भी अपने साथ ले गए। मूर्ति खंडित होने की सूचना मिलते ही ग्रामीण एकत्र हो गए हैं।
सूचना पर खेतड़ी नगर थानाधिकारी सतीश कुमार ने घटनास्थल का मुआयना किया व लोगों से जानकारी ली। खेतड़ीनगर के एसएचओ सतीश कुमार ने बताया कि लोगों से जानकारियों जुटाई जा रही हैं। हालांकि किसी ने मामला दर्ज नहीं कराया है। रविवार को पुजारी ने जैसे ही मंदिर का पट खोला तो भैरूजी की मूर्तियां गायब थी। मूर्तियों के स्थान पर करीब चार फीट गहरा गड्डा  था।

सलिए धन की अफवाह
ग्रामीणों ने बताया की करीब 200 साल पहले मंदिर के आसपास बस्ती थी जो कि खंडहर हो गई है। यहां पर अफवाह है कि बस्ती जब उजड़ी थी उस वक्त से यहां पर धन दबा हुआ है। यदा-कदा इस क्षेत्र में चांदी के सिक्के व पुरानी चीजें भी मिलती हंै। लोग जब मकानों की नींव की खुदाई करते हैं तो मिट्टी के घड़े व कलश जैसी चीजें मिलती हैं .. धन के लालच में खोद डाला मंदिर
बीफ' मुद्दे पर सियासी बयानबाजियों के घमासान के बीच अब योग गुरु बाबा रामदेव भी कूद पड़े हैं। रामदेव ने 'बीफ' मामले पर लालू प्रसाद यादव के दिए बयान पर न सिर्फ आपत्ति जताई है बल्कि उन्हें कंस का वंशज कह डाला है। 


लालू के बीफ पर दिए ताज़ा बयान पर निशाना साधते हुए रामदेव ने कहा कि लालू के अंदर शैतान बैठा है तभी तो उन्होंने गौमांस खाने को लेकर बयान दिया 

रामदेव ने कहा कि लालू ने गौमांस खाने का बयान देकर यदुवंश को कलंकित किया है इसलिए ऐसा व्यक्ति कृष्ण का नहीं कंस का वशंज हो सकता है। उन्हें जनता सबक सिखाएगी |


वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लालू का समर्थन किया है। दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा कि लालू जी यादव हैं।


दिग्विजय ने कहा कि लालू यादव कृष्ण के वंशज हैं सदियों से गौ माता की सेवा करते आए हैं। भाजपा उन पर इस प्रकार के अनर्गल आरोप लगाना बन्द करे .... लालू कृष्ण के नहीं कंस के वंशज


Monday 5 October 2015

जयपुर बाल मजदूरों की बड़ी मंडी बनता जा रहा है। इस खौफनाक सच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाल तस्करी के मामले में राजस्थान देशभर में तीसरे नंबर आ गया है। बच्चों की मासूमियत बेचने के लिए कुछ इलाकों में बाकायदा बच्चों की गुपचुप मंडी तक लगाई जाती है, जहां बच्चे के 'नरम हाथों की परख' करके उसके दाम लगाए जाते हैं।



जितना नरम हाथ होता है, बोली भी उतनी ही ऊंची लगती है। इस एवज में उस बच्चे को 800 से 2000 रुपए प्रतिमाह दिया जाता है, ये भी टुकड़ों-टुकड़ों में।

यूं चलता है खौफ का खेल

बच्चों की खरीद फरोख्त का यह काला धंधा बिहार के पटना, गया और सीतामढ़ी जिलों से शुरू होकर जयपुर में पनप रहा है। जयपुर में लाए जा रहे बच्चों में 98 प्रतिशत बच्चे बिहार से जबकि 2 प्रतिशत पश्चिम बंगाल, झारखंड व उत्तर प्रदेश से आते हैं।

इस धंधे में लगे दलाल इन बच्चों के मां-बाप को मात्र 800 रुपए से अधिकतम 5000 रुपए देकर उसकी बेहतर शिक्षा और काम दिलाने का जिम्मा लेने की बात कहकर उसे अपने साथ भेजने के लिए राजी करते हैं। गरीबी से तंग मां-बाप अपने बच्चे को इतनी मामूली सी राशि में ही भेज देते हैं। ये दलाल इन बच्चों को फिर स्थानीय दलाल को दोगुनी कीमत में बेचता है।

ये बच्चे को लेकर ट्रेन से जयपुर आता है और रेलवे स्टेशन पर बाल श्रमिकों को खरीदने बेचने वाली लॉबी के दूसरे दलाल को तीन गुना कीमत में बच्चा बेचता है। यहां से बच्चा जयपुर की उन चुनिंदा बस्तियों में लाया जाता है, जहां पर इनकी 'फाइनल बोलीÓ लगाई जाती है और चार से पांच गुना कीमत वसूली जाती है।

हर साल बढ़ रहे मुक्त होते बच्चे

बाल निदेशालय व गांधी नगर स्थित बाल कल्याण समिति के समक्ष पिछले पांच साल में 2 हजार 143 बाल श्रमिक पेश किए गए हैं। ये सभी बच्चे मुक्त कराए जाने के बाद अपने परिवार के सुपुर्द कर दिए गए हैं, जबकि पूरे राज्य में यह आंकड़ा 10, 000 से भी अधिक है।

जनगणना-2011 का खुलासा

बाल मजदूरी कराने में देश में राजस्थान का तीसरा स्थान है यहां पर 5 से 14 साल के करीब साढ़े 8.50 लाख बच्चे बाल श्रमिक हैं। वहीं राजधानी जयपुर 10 प्रतिशत बाल मजदूरी कराने में देश में प्रमुख केंद्र है।
जयपुर में यहां घुटता है बच्चों का बचपन

भट्टा बस्ती:  यहां पर 60 फीसदी बच्चे चूड़ी बनाने के कारखानों में काम पर लगाए जाते हैं।

नाहरी का नाका:  लाख के कंगन में बारीक पत्थर (स्टोन्स) लगाने के काम यहां बाल मजदूर करते हैं।

हसनपुरा: कंगन में पत्थर जड़ाई करने का काम करवाया जाता है।

रामगंज: आरीतारी का काम करवाया जाता है।

खो नागोरियान : यहां भी चूड़ी, गलीचा बनाने के काम बाल मजूदरों के हवाले है।

कानोता:  कंगन जड़ाई के काम में बच्चों के नरम हाथों का उपयोग किया जा रहा है।

इन इलाकों में दलाल बच्चों को लेकर आते हैं फिर जरूरत के हिसाब से इन्हें काम में धकेल दिया जाता है और इस एवज में इस अंतिम दलाल को 25 से 40 हजार रुपए प्रति बच्चे पर कमाई हो रही है।

Source : http://rajasthanpatrika.patrika.com/story/rajasthan/rajasthan-is-third-in-the-case-of-child-trafficking-1356101.html

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सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को बीफ बैन मामले के निस्तारण के लिए तीन जजों की बेंच का गठन करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हाईकोर्ट द्वारा बीफ की बिक्री पर लगाए गए बैन को दो महीने के लिए लागू नहीं करने के भी निर्देश दिए हैं।

 सर्वोच्च अदालत के इन निर्देशों के बाद जम्मू कश्मीर में आगामी दो महीने तक बीफ बैन पर हाईकोर्ट के आदेश प्रभावी नहीं रहेंगे।

 गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने जम्मू कश्मीर में 8 सितंबर को बीफ बिक्री पर बैन लगाया था। लिहाज़ा सभी की नज़रें बीफ बैन के मामले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर टिकी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के ही फैसले पर यह तय होना था कि जम्मू कश्मीर में बीफ बिक्री होगी या नहीं।



ये थी सरकार की दलील जम्मू कश्मीर सरकार की दलील थी कि इस मामले में हाईकोर्ट के दो अलग-अलग आदेश हैं, जिससे असमंजस के हालात बने हुए हैं। एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान जम्मू हाईकोर्ट ने बीफ की बिक्री पर आरपीसी के तहत प्रतिबन्ध लगा दिया था और पुलिस को निर्देश दिया था कि वह इस बात को ध्यान में रखे कि आदेश का पूरी तरह से पालन हो।

वहीं, श्रीनगर हाई कोर्ट ने आरपीसी को असंवैधानिक घोषित करने की मांग वाली याचिका पर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था। राज्य सरकार ने मांग कि है कि इस मामले का निपटारा या तो खुद सुप्रीम कोर्ट कर दे या फिर हाई कोर्ट में इस मामले कि सुनवाई के लिए एक बेंच का गठन कर दे ... बीफ मामले का निस्तारण

Source: Latest Hindi News
महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में अव्यवस्थाओं का यह आलम है कि कुलाधिपति राज्यपाल तक के आदेशों तक को तवज्जो नहीं दी जाती। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्यपाल ने 8-प योजना लागू की थी। इसके अंतर्गत विवि में प्रवेश, पढ़ाई, पाठ्यक्रम, परीक्षा, परिसर, परीक्षण, परिणाम, पुनर्मूल्यांकन व पदक को शामिल किया गया है। लेकिन विवि ने इन 8-प को तरजीह तक नहीं दी।
राज्यपाल कल्याण सिंह ने गत मई माह में कुलपति समन्वय समिति की बैठक में विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए 8-प को सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे। लेकिन गत 5 मई से अब तक किसी विश्वविद्यालय ने इसकी पालना नहीं की।


ये है स्थिति
प्रवेश : आदेशानुसार विवि को 30 जुलाई तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करवाकर पढ़ाई शुरू करवानी थी। लेकिन विवि में कई कोर्सेज में अब तक प्रवेश जारी हैं। जबकि कई कोर्स तो एेसे हैं जिनमें पढ़ाई कब शुरू होगी यह भी कह पाना मुश्किल है।
पढाई(पाठ्यक्रम): योजना के अनुसार अगस्त तक विवि की ओर से पाठ्यक्रम जारी हो जाना चाहिए था। लेकिन अक्टूबर शुरू हो चुका है और अब तक कई संकाय के पाठ्यक्रम जारी नहीं किए गए हैं। इससे विवि से सम्बद्ध महाविद्यालयों में सुचारू ढंग से पढ़ाई नही हो पा रही है।
परीक्षण : कुलाधिपति के आदेशानुसार विद्यार्थियों द्वारा हर माह शिक्षकों की क्वालिटी रिपोर्ट देनी है। इसके लिए पूर्व कुलपति भागीरथ सिंह के दौरान क्वालिटी असेसमेंट सैल का गठन किया गया था। लेकिन विवि में अब तक किसी प्रकार का परीक्षण नही किया जा रहा है।
परिसर : इसके तहत विवि परिसर पूरी तरह से शैक्षणिक माहौल में रंगा होना चाहिए। किसी प्रकार की रैंगिंग, लड़ाई-झगड़े, गंदगी व अन्य अव्यवस्थाएं परिसर में नही होनी चाहिए। वहीं इसके उलट विद्यार्थी की समस्या विवि द्वारा नही सुनने के कारण हाल ही में रैगिंग का मामला सामने आया है, इसके अतिरिक्त विवि शैक्षणिक परिसर कम बगीचा ज्यादा दिखाई पड़ता है। कक्षाएं नही लगने से गिने-चुने विद्यार्थी परिसर में दिखाई पड़ते हैं।
परीक्षा : परीक्षा के मामले में भी विवि काफी पीछे है। सेमेस्टर प्रणाली के अनुसार होने वाली परीक्षाओं का कार्यक्रम तय नहीं हो पाया है। परीक्षा से कुछ दिन पहले तिथियां और टाइम टेबल घोषित करने की प्रवृत्ति बनी हुई है। यूजीसी के आदेशानुसार होने वाले मिड टर्म व इंटरनल परीक्षाओं का अता-पता नही है। ज्यादातर विद्यार्थी इंटरनल परीक्षाएं समय पर नही देते हैं जिन्हे दोबारा बुलवाकर अलग से परीक्षाएं करवाई जाती हैं।
परिणाम : विश्वविद्यालय का दायरा परीक्षा आयोजन तक सिमट गया है। नियमानुसार प्रतिवर्ष 30 जून तक स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं के सभी परिणाम निकालने जरूरी हैं। इसकी पालना में विश्वविद्यालय सदैव फिसड्डी रहा है। कुलपति प्रो.कैलाश सोडाणी ने बीते वर्ष परीक्षा और परिणाम का कैलेंडर बनाने को कहा था, जिसका अता-पता नहीं है। परीक्षा परिणामों में आए दिन त्रुटियां उजागर होती हैं। इससे बड़ी संख्या मात्रों में विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन करवाना पड़ता है ... नही राज्यपाल के आदेशों से मतलब

Source: Rajasthan News in Hindi