Tuesday 27 October 2015


इंडोनेशिया के बाली में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सोमवार को गिरफ्तारी किया गया। सीबीआई डायरेक्टर अनिल सिन्हा ने छोटा राजन की गिरफ्तारी कन्फर्म की है। छोटा राजन को बाली के एक मशहूर रिजॉर्ट से पकड़ा गया। बता दें कि छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखलजे है। छोटा राजन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दुश्मन है। हालांकि एक वक्त वो भी था जब दोनों की दोस्ती बहुत गहरी हुआ करती थी। इस बात की चर्चा हमेशा उठती रही है कि भारत की खुफिया एजेंसियां दाऊद को मारने के लिए छोटा राजन को इस्तेमाल करती है। पूर्व गृह सचिव और मौजूदा बीजेपी सांसद आर के सिंह ने एक निजी टीवी चैनल पर दिए गए इंटव्यू के दौरान इसका जिक्र किया था।

इसी क्रम में rajasthanpatrika.com आपको  बताने जा रहा है कि कैसे इंडिया के जेम्स बॉन्ड माने जाने वाले अजित डोवाल ने दाऊद को खत्म करने के लिए छोटा राजन से हाथ मिलाकर प्लान बनाया।
बेटी की शादी की दावत में थी दाऊद को ठिकाने लगाने की प्लानिंग
वर्तमान में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोवाल को देश के सबसे बड़े भगोड़े दाऊद इब्राहिम का दुश्मन माना जाता है। डोवाल काफी समय से दाऊद को ठिकाने लगाने की कोशिश में रहे हैं। बात करीब दस साल पहले की है। 23 जुलाई 2005 को दाऊद की बेटी का रिसेप्शन था। दाऊद इब्राहिम की बेटी माहरूख शेख का निकाह पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद के साथ होने जा रहा था। निकाह की खबर बेहद गोपनीय रखी गई थी। इसी के बाद आईबी ने दाऊद को दुबई में मारने का प्लान तैयार किया। दाऊद को दुबई के उस होटल में मारा जाना था, रिसेप्शन पार्टी रखी गई थी। इस ऑपरेशन का इंचार्ज बनाया गया अजित डोवाल को।
ऑपरेशन में छोटा राजन को किया गया शामिल 
सुरक्षा एजेंसियां इस ऑपरेशन में शामिल होने से बचना चाहती थीं। इस प्लान में छोटा राजन को शामिल किया गया। छोटा राजन को दाऊद से अपने ऊपर करवाए गए हमले का बदला लेना था। प्लान के मुताबिक तय हुआ कि छोटा राजन के दो शार्प शूटर्स को ट्रेनिंग और इन्फॉर्मेशन देकर दाऊद को खत्म करने के लिए भेजा जाएगा। ऑपरेशन दाऊद के लिए छोटा राजन ने अपने दो सबसे भरोसेमंद शार्प शूटर विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशाह को चुना।
ऑपरेशन दाऊद की पूरी तैयारी
दाऊद को खत्म करने के लिए छोटा राजन के दोनों शार्प शूटर्स विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशाह को भारत में एक खुफिया जगह ट्रेनिंग दी गई। तय हुआ कि दाउद को 23 जुलाई 2005 को ग्रैंड हयात में ही मारा जाएगा। इसके लिए विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशा के फर्जी ट्रेवल डाक्यूमेंट्स भी तैयार किए गए थे। तैयारी अपने अंतिम चरण में थी और प्लान के मुताबिक सब कुछ सही चल रहा था।
मुंबई पुलिस ने शूटर्स को किया इंटरसेप्ट
आईबी का ऑपरेशन बेहद गोपनीय था। नई दिल्ली के अलावा एजेंसी के गिने-चुने लोगों को ही इसकी भनक थी। ऑपरेशन दाऊद से पहले मुंबई पुलिस को राजन गैंग के शूटरों विक्की मलहोत्रा और फरीद तानाशा की भारत में मौजूदगी की खबर लग जाती है। डोवाल छोटा राजन गिरोह के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे थें। उसी दौरान धनंजय कमलाकर की टीम होटल में आ जाती है। उस वक्त वो तीनों ग्रांट हयात होटल के नक्शे पर चर्चा कर रहे थे कि कहां शार्प शूटरों को तैनात किया जाए।
और फेल हो गया दाऊद के खात्मे का प्लान
11 जुलाई 2005 को मुंबई पुलिस की टीम ने छोटा राजन के शूटरों को दिल्ली से गिरफ्तार किया। जिस दौरान अजित डोवाल शार्प शूटर्स को आखिरी ब्रीफिंग दे रहे थे, उसी समय पुलिस की टीम ने दोनों शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया। मुंबई पुलिस की इसी चूक के चलते दाऊद के खात्मे का प्लान फेल हो जाता है। इस ऑपरेशन से जुड़े दूसरे शॉर्प शूटर फरीद तनाशा को कुछ अरसे बाद दाऊद ने मार गिराया। .. दाऊद को ठिकाने लगाने के लिए छोटा राजन से मिलाया था हाथ

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