गढ़ी थाना क्षेत्र के आमजा गांव के पास खेतों में बुधवार को एक प्रौढ़ का संदिग्ध हालत में लहूलुहान अवस्था में शव बरामद होने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। परिजन हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए, और पुलिस को शव उठाने नहीं दिया।
बाद में 24 घंटों में आरोपितों की गिरफ्तारी के आश्वसान पर परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने को
तैयार हुए। ईश्वरपुरा निवासी कंकू यादव पत्नी गौतम ने पुलिस को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि उसका पति गौतम यादव (58) पुत्र जगा यादव अपनी बारह वर्षीय पुत्री आशा के साथ मंगलवार की शाम करीब पांच बजे ईश्वरपुरा से आमजा गांव में दरवाजे के पांच हजार तथा अन्य सामान लाने के लिए घर से निकले थे।
आमजा गांव के बड़ वृक्ष के पास अरविन्द पुत्र हीरा मिला। उसने आशा को पांच रुपए दिए व घर भेज दिया। अरविन्द गौतम भाई को साथ में मंडला (भोपा गिरी) करने के लिए ले गया, लेकिन गौतम रात तक घर नहीं पहुंचा। अगले दिन बुधवार सुबह मोहल्लेवासियों ने गौतम का लहूलुहान शव आमजा गांव के खेतमें पड़ा होने की जानकारी दी।
इसकी सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका पंचनामा तैयार किया।गढ़ी थाना प्रभारी महिपाल सिंह ने बताया कि गौतम के सिर पर जगह जगह धारदार हथियार के घाव मिले हैं। वारदात स्थल से पुलिस को आम काटने का धारदार बग्दा भी बरामद हुआ है। इससे पुलिस ने प्रथम दृष्टया हत्या का प्रकरण माना है।
संदिग्ध हालत में शव बरामद होने पर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े परिजनों से पुलिस ने करीब चार घंटे तक समझाइश का प्रयास किया। पुलिस के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने शव हटाने दिया। पुलिस ने पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा। परिजनों के अनुसार गौतम भोपा गिरी करता था इसलिए उसका घर आना-जाना देरी से ही होता था।
अहम सुराग
पुलिस उप अधीक्षक विक्रम सिंह राठौड़ ने बताया कि मौके से बरामद सबूतों के आधार पर आरोपित की पहचान कर ली गई है। जल्द गिरफ्तारी कर वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।
Source: Banswara News from Rajasthan News Desk
0 comments:
Post a Comment