Thursday, 1 October 2015


राजस्थान यूनिवर्सिटी कैम्पस बुधवार को छात्रों और पुलिस के बीच जंग-ए-मैदान में तब्दील हो गया। आक्रोश रैली के नाम से छात्रों के इस प्रदर्शन के दौरान ऐसा बवाल हुआ जो किसी महासंग्राम से कम नहीं था। 

करीब आधे घंटे तक चले इस घटनाक्रम की शुरुआत प्रदर्शनकारी छात्रों के यूनिवर्सिटी गेट को बंद किए जाने की बात से हुई। छात्र मुख्य द्वार बंद करवाने पर तो पुलिस इन उपद्रवी छात्रों को ऐसा करने से रोकने पर अड़ गए। 


देखते ही देखते माहौल गरमा गया।  प्रदर्शनकारी छात्र और पुलिस आमने-सामने हो गए। प्रदर्शनकारी छात्रों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। 

पुलिस लाठीचार्ज में छात्रों को बुरी तरह पिटता देख प्रदर्शन में शामिल अन्य छात्रों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया। जबाव में छात्रों ने भी पुलिस पर हमला कर दिया। छात्रों और पुलिस के बीच चले इस लाठी-भाटा जंग में सांगानेर एसएचओ शिव रतन गोदारा सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, इतनी ही संख्या में छात्र भी बुरी तरह घायल हुए। 

लाठीचार्ज से गुस्साए छात्रों ने परिसर में जमकर हंगामा किया । करीब आधा दर्जन वाहनों में तोडफोड और दो से तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया ।



छात्रों के इस प्रदर्शन ने हिसंक रूप ले लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस की गाडियों सहित रोडवेज की लो फ्लोर बसों और अन्य वाहनों में जमकर तोडफोड की। पुलिस ने दो दर्जन से छात्रों को हिरासत में ले लिया।

दरअसल, ये प्रदर्शनकारी छात्र खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल पर हुए कथित हमले के विरोध में रैली निकाल रहे थे। छात्र हाथों में हल और जैली लेकर रैली में शामिल हुए। 


रैली में विश्वविद्यालय के कर्इ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भी शामिल हुए।  प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग थी कि बेनीवाल पर हुए हमले के प्रकरण में शामिल दोषियों पर कार्रवाई,एक सामाजिक सेना पर पाबंदी, बेनीवाल को सुरक्षा मुहैया करवाने और आनंदपाल फरारी प्रकरण की सीबीआई जांच करवाई जाए .. राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया प्रदर्शन

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