Friday, 16 September 2016

Nadia Murad

आतंकी संगठन आईएस के चंगुल में लगभग तीन महीने तक सेक्स गुलाम बनकर रहने वाली यजिदी महिला नादिया मुराद को यूएन का गुडविल एंबेसेडर बनाने को लेकर कहना है कि बहादुर नादिया हमारे साथ मिलकर ह्यूमन ट्रैफि किंग के खिलाफ  लड़ेंगी और इस बारे में लोगों के बीच अवेयरनेस लाएंगी।  वहीं नादिया का कहना है कि उनकी लड़ाई आईएसआईएस के खिलाफ  जारी रहेगी। वह यूके में रहकर इराक के हिंसा पीडि़तों को एकत्रित करने में जुटी हुई हैं। वह चाहती हैं कि रिफ्यूजी कैंप में रह रही महिलाओं की मदद की जाए।

खौफनाक दास्तां सुनाई, तो सब रो पड़े
पिछले साल आतंकी संगठन आईएस के चंगुल से आजाद होने के बाद नादिया ने सेंट्रल लंदन के ट्रेड यूनियन कांग्रेस हाउस में अपना दर्द बयां किया था। उसने बताया 2014 में आईएस आतंकियों ने मेरे पूरे परिवार को खत्म कर दिया और उसे उठाकर मोसूल ले गए थे। वहां कई दिनों तक रेप किया गया। नादिया का कहना है कि आतंकी हजारों यजीदी महिलाओं के साथ रेप करते हैं। आतंकी छोटी-छोटी बच्चियों को भी नहीं बख्श रहे हैं। 8-9 साल की बच्चियों के साथ रेप कर रहे हैं।

जब की भागने की कोशिश
नादिया ने बताया कि एक बार जब उसने भागने की कोशिश की, तो उस रात पकड़े जाने के बाद उसका तब तक रेप किया गया, जब तक वह बेहोश नहीं हो गई। ये सब सुन यूएन के सिक्युरिटी काउंसिल के कई मेंबर्स की आंखें भर आईं। उन्होंने नादिया की सराहना की और उसके यजिदी महिलाओं के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की।

Read more Global News in Hindi.

Tagged: , ,

0 comments:

Post a Comment