Saturday 24 January 2015

चारबाग में आयोजित सेशन "बेसिक इंसटिंक्ट" टॉकिंग पॉइंट रहा। सैक्स राइटिंग पर आधारित सेशन में हनीफ कुरेशी, दीप्ति कपूर, साराह वॉटर्स और निकोलसन बेकर ने पारूल सहगल के साथ संवाद किया।

सेशन में साराह का कहना था कि "सैक्स को वड्र्स से ज्यादा इमेजेज के माध्यम से ज्यादा बेहतर तरीके से चित्रित किया जा सकता है। अगर कोई सैक्स पर बेस्ड नॉवल लिखना चाहता है, तो उसके लिए वड्र्स में ज्यादा से ज्यादा लिखना काफी मुश्किल हो जाएगा।



साथ ही पोर्न राइटिंग और सैक्स राइटिंग में बहुत ही महीन रेखा है, इसलिए संभलकर लिखना जरूरी है।" चर्चा के दौरान बेकर ने कहा कि "सैक्स कैसे किया जाता है, इसकी बजाय लोगों को पॉलिटिशियंस और सेलेब्रिटीज की सैक्स लाइफ के बारे में जानने में ज्यादा रूचि होती है।"

अपनी राइटिंग को लेकर चर्चित हनीफ का कहना था कि "सैक्स खुशी का एक अलग जरिया है और हर संस्कृति में सैक्स का अलग रूप होता है।"

उधर, दीप्ति का कहना था कि "भारत में सैक्स एक टैबू है और इसे दूर करना चाहिए। जब मेरा पहला नॉवल आया था, तो मैं थोड़ी नर्वस थी। लेकिन जितनी भी महिलाओं ने इसे पढ़ा, उन्होंने पसंद किया।"

3.30 क्करू - 4.30क्कद्व
बेसिक इंसटिंक्ट

हनीफ कुरेशी, दीप्ति कपूर, साराह वॉटर्स एंड निकोलसन बेकर इन कन्वर्सेशन विद् पारूल सहगल

Source: JLF

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