रेलवे
यात्रियों को सुरक्षा देने
के लिए आरपीएफ ने पुख्ता प्रबंध
किए हैं। जैसलमेर आरपीएफ चौकी
के वार्षिक निरीक्षण के दौरान
राजस्थान पत्रिका से हुई खास
बातचीत मे आरपीएफ के मुख्य
सुरक्षा आयुक्त संजय किशोर
ने कहा कि फोर्स को अधिक शक्तिशाली
बनाने की ओर प्रयास किए जा रहे
है। जीआरपीएफ को आरपीएफ में
मर्ज करने संबंधी प्रस्ताव
भी तैयार किया गया है।
उन्होने
कहा कि आरपीएफ के 17 हजार
जवानों की नियुक्ति के साथ
ही रेलवे यात्रियों की सुरक्षा
और कड़ी हो जाएगी। आरपीएफ की
ओर से 17 हजार
जवानों की भर्ती प्रक्रिया
पूरी कर ली गईहै और चयनित जवानों
का प्रशिक्षण चल रहा है।
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद
जवानों की भर्ती की जाएगी।
इसमें जैसलमेर में भी आरपीएफ
की नफरी में इजाफा होगा।
महिलाओं
की बढ़ेगी सुरक्षा
रेलों
में यात्रा करने वाली महिला
यात्रियों को आरपीएफ की महिला
सिपाही सुरक्षा प्रदान करेगी।
आयुक्त ने बताया कि महिलाओं
के साथ बढ़ रही बदसलूकी पर
अंकुश लगाने और महिला अपराध
रोकने के लिए प्रदेश के मुख्य
रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ
महिला जवान तैनात करेगी। महिला
आरपीएफ रेल और रेलवे स्टेशन
पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए
विशेष काम करेगी।
आरपीएफ
चौकी का निरीक्षण
इससे
पूर्व आरपीएफ की ओर से जैसलमेर
रेलवे स्टेशन पर दी जा रही
सुरक्षा व्यवस्था की जांच
करने के लिए प्रदेश के आरपीएफ
आईजी संजय किशोर ने बुधवार
को जैसलमेर आरपीएफ चौकी का
निरीक्षण किया। निरीक्षण के
दौरान आईजी संजय किशोर ने
यात्रियों की सुरक्षा के लिए
किए गए बंदोबस्त की जानकारी
ली। उन्होने जोधपुर मंडल के
आरपीएफ कमांडेन्ट आशीष मिश्रा
से यहां के रेलवे स्टेशनों
पर की गई सुरक्षा व्यवस्था
की जानकारी ली।
चौकी
प्रभारी एसआई रोहित रोहिताश्व
ने जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर
की जारी सुरक्षा व्यवस्था की
जानकारी दी। उन्होंने आरपीएफ
जवानों को मुहैया करवाए गए
सुरक्षा उपकरणों और इनकी
उपयोगिता के बारे में बताया।
स्वर्णनगरी भ्रमण के दौरान
उन्होंने जैसलमेर के सोनार
दुर्ग, पटवा
हवेली, गड़ीसर
सरोवर का भ्रमण किया। शाम को
वे सम भ्रमण पर गए और वहां
उन्होंने इस साल के अंतिम
सूर्यास्त का नजारा देखा।
गुरूवार को उन्होने जैसलमेर
से प्रस्थान किया।
0 comments:
Post a Comment